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राजनीती में नई पीढी

कांग्रेस के संकटमोचक श्री पर्णवमुखर्जी का ताज़ा बयान कि राहुल गाँधी अगले प्रधानमंत्री हो सकते है ये कोई नई बात् नही लगती क्योकी इससे पहले दिग्विजय सिंह और अर्जुन सिंह भी इस बात को दोहरा चुके है विपक्ष इसे परम्परा से जोडेगा लेकिन आज देश की हर पार्टी का कमोबेश यही हाल है हर पार्टी परिवारवाद से आलिंग है लेकिन नई पीढी कि इस कंपनी से कुछ उम्मीद कि जा सकती है राहुल , जितिन प्रसाद , अखिलेश यादव,सचिन पाइलेट, ऊमर अब्दुला आदि कुछ उधाहरण सामने है।

ऊमर अब्दुला को कमान सोंप इसका आगाज़ भी हो चुका है। नई पीढी नई बुनियाद पर काम करेगी। पर क्या आवाम राहुल गाँधी को स्वीकार करेगी , उस स्थिति में जब उनके सामने हिंदूवादी विचारधारा के लाल कृषण आडवानी होंगे

जारी है ...............................................

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